Monday, April 12, 2010

बाल पहेलियां (पशु-पक्षी)... (विवेक रस्तोगी)

विशेष नोट : अपने एक स्कूली दोस्त संदीप गोयल (चार्टर्ड एकाउंटेंट) की फरमाइश पर उसके बच्चों के लिए कभी कुछ पहेलियां मैंने भी लिखी थीं... आज अचानक पुराने मेल देख रहा था, सो, याद आ गईं, और आप लोगों के सामने ले आया हूं... इस पोस्ट की पहेलियों के उत्तर इसी पोस्ट के अंत में देखें...

1.
चार पांव हैं, एक पूंछ है, अक्सर रहती मौन...
सुबह-शाम मैं दूध पिलाती, बतलाओ मैं कौन...

2.
जंगल का राजा कहलाता, सब हैं डरते मुझसे...
बोलो तुम मैं कौन हूं, वरना, खा जाऊंगा झट से...

3.
सुबह-शाम मैं बोझ उठाता, ढेंचूं-ढेंचूं करता हूं...
पीछे मत तुम आना मेरे, मार दुलत्ती भगता हूं...

4.
सबसे वजनी होता हूं मैं, इस धरती पर औरों से...
सूंड से पानी हूं पीता, चिंघाड़ मारता ज़ोरों से...

5.
मिर्ची खाता, सब दोहराता, प्यार सभी का पाता हूं...
हरे बदन पर लाल चोंच है, सबका मन हर्षाता हूं... 




उत्तर :
1. गाय
2. शेर
3. गधा
4. हाथी
5. तोता

6 comments:

  1. bahut bahut dhnywaad in paheliyon ke liye..bahut upyogi hain.

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  2. Alpana ji... Aapka hamesha swaagat hai... :-)

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  3. ऐसी सरल पहेलियाँ शिशुओं के लिए बहुत उपयोगी हैं!

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  4. धन्यवाद, रावेंद्रकुमार जी... :-)

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  5. bahut acchi paheliya h rastogi ji. aaj kal to mina ki duniya ke karyakramo ke abhyash ke liye to bahut hi upyogi h.

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    1. शुक्रिया, धर्मेन्द्र जी... :-)

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