Wednesday, July 28, 2010

सुलझाइए पुरातात्विक समस्या को... (Solve the archaeological problem...)

विशेष नोट : अगर आप जवाब ढूंढ लेते हैं तो ठीक, वरना कमेंट लिख दीजिएगा, मैं जवाब आपको मेल के जरिये भेज दूंगा... 

मेरा मित्र विभोर पुरातत्व विभाग में काम करता है, और कुछ साल पहले अपनी खुदाई टीम के साथ वह एक अभियान पर गया... 

उस अभियान की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि उन्हें एक ही इलाके में खुदाई के दौरान चार अलग-अलग काल के राजाओं द्वारा बनाए गए महल और कुछ दस्तावेज़ मिले... 

चारों महलों की विशेषता यह भी थी कि उन सभी के नीचे मौजूद तहखानों में किसी वक्त एक-एक बेशकीमती वस्तु खज़ाने के तौर पर दबी रही थी, हालांकि विभोर और उसके साथियों को कुछ नहीं मिला... 

उन चारों महलों के बारे में यह भी सुना गया था कि उन्हें बनवाने वाले राजाओं को कुछ ही सालों के बाद वहां से खदेड़ दिया गया था, और वे चारों आश्चर्यजनक ढंग से अलग-अलग दिशाओं में भागे थे... 

वहां की गई जांच से जो जानकारी मिल पाई, वह इस प्रकार थी...
  1. खुदाई के पहले दौर में पता चला कि वहां चार महल हैं - पहला लाल महल, दूसरा वह महल, जो 743 ईस्वी में बना, तीसरा वह महल, जिसका राजा कृष्णचंद्र था, और चौथा वह महल, जिसमें मणियां दबी रही थीं व जिसका राजा बाद में उत्तर दिशा में भागा... 
  2. जिस महल में खज़ाने के रूप में चांदी दबी रही थी, वह उस महल के बाद बना था, जिसमें मणियां दबी रहीं... 
  3. जो महल 522 ईस्वी में बना, उसमें खज़ाने के रूप में सोना दबा रहा था... 
  4. एक महल में हीरे दबे रहे थे, और उसका राजा बाद में पश्चिम दिशा में भागा था (विभोर को पक्का यकीन था कि यह जलमहल कतई नहीं था)... 
  5. स्वर्ण महल का निर्माण निश्चित रूप से नवीं शताब्दी शुरू होने से पहले हो चुका था, परंतु यह भी निश्चित था कि उसका निर्माण छठी शताब्दी खत्म होने के बाद हुआ था... और हां, इस महल का राजा चंद्रगुप्त था... 
  6. जवाहर महल का निर्माण जलमहल के बाद हुआ था... जलमहल के खज़ाने में मणियां शामिल नहीं थीं, और उसका राजा बाद में दक्षिण दिशा में नहीं भागा था... 
  7. राजा भरत के महल का निर्माण चंद्रगुप्त के महल और जलमहल से पहले हो चुका था...
अब इन जानकारियों के अलावा जो सूची दस्तावेज़ों की मदद से विभोर की टीम ने तैयार की, वह इस प्रकार थी... 

चारों महल थे - लाल महल, जलमहल, स्वर्ण महल तथा जवाहर महल...
उनके निर्माण वर्ष थे - 522 ईस्वी, 688 ईस्वी, 743 ईस्वी, तथा 817 ईस्वी... 
उनके राजा थे - भरत, चंद्रगुप्त, कृष्णचंद्र तथा विक्रमजीत... 
उनमें खज़ाना था - सोना, चांदी, हीरे तथा मणियां... 
खदेड़े जाने पर उनके राजाओं के भागने की दिशा थी - पूर्व, पश्चिम, उत्तर तथा दक्षिण... 

अपनी विशेष योग्यताओं और अनुभव के चलते उपलब्ध दस्तावेज़ों की मदद से विभोर ने उन चारों महलों के नाम, उनके निर्माण के वर्ष, उन्हें बनवाने वाले राजाओं के नाम, उनके तहखानों में छिपे रहे खज़ाने, और उनके राजाओं के भागने की दिशा के विषय में जानकारी हासिल कर ली... 

अब सवाल यह है कि क्या आप लोग भी ऐसा कर पाएंगे...?

Now, the same riddle in English...

Special Note: If you succeed in solving this one, well and good; but in case, you don't, just leave a comment, and I will mail the answer to you... 

My friend Vibhor works for the archaeological department, and he went with his excavation team on an expedition... 

During that successful excavation, they found a few documents, and four different palaces, built in different years, by different kings... 

All those palaces, at a time, had a precious thing each as treasure, but Vibhor and his men could find nothing... 

It was also heard that each of the kings had to run away after a few years of shifting to his new palace, and surprisingly, all of them headed in different directions... 

The information, Vibhor's team could collect from their investigations was:
  1. During the first round of the investigation of the site, Vibhor determined there were four palaces - First, the Laal Mahal; Second, the palace built in 743 AD; Third, the palace of king Krishna Chandra; and Fourth, the palace that had rubies as treasure and whose king later headed North... 
  2. The palace that had a treasure of silver was built after the palace that had rubies as treasure... 
  3. The palace built in 522 AD had a valuable treasure of gold... 
  4. One of the palaces had diamonds as treasure, and its king later headed west... (Vibhor determined that this was not the Jal Mahal) 
  5. Swarn Mahal was certainly built before the ninth century began, but certainly after the sixth century... And yes, the king of this palace was Chandragupta... 
  6. Jawahar Mahal was built after the Jal Mahal... Jal Mahal's treasure was not rubies and its king did not head to south later... 
  7. King Bharat's palace was built before Chandragupta's, and before Jal Mahal...
Apart from these conclusions of their investigations, Vibhor's team collected a few more pieces of information from the documents found... 

The names of the palaces were: Laal Mahal, Jal Mahal, Swarn Mahal, and Jawahar Mahal...
They were built in: 522 AD, 688 AD, 743 AD, and 817 AD...
Their kings were: Bharat, Chandragupta, Krishna Chandra, and Vikramjeet...
Their treasures were: Gold, Silver, Diamonds, and Rubies...
And later, their kings headed to: East, West, North, and South... 

With his extra-ordinary qualities & experience as an archaeologist, and with the help of the documents Vibhor could prepare an authentic list of the palaces, years of their construction, their kings, the precious thing in their treasures, and the direction in which the king eloped later... 

Now, the question is: Can you guys do it too...?

8 comments:

  1. Laal Mahal
    Krishna Chandra
    743
    rubies
    north

    Jal Mahal
    King Bharat's
    522
    gold
    east

    Swarn Mahal
    Chandragupta
    688
    diamonds
    west

    Jawahar Mahal
    Vikramjeet
    817
    silver
    south

    ReplyDelete
  2. Prakash bhai, shaayad sawaal ko samajhne mein kuchh chook gaye aap... English mein diye pehle clue ki wajah se shaayad aisa hua, kyonki Hindi mein sabhi kuchh bilkul saaf hai... Dar,asal, pehle clue mein jo baatein hain, woh chaar alag-alag palaces ke baare mein hain... Maine sabhi ko semi-colon se alag kiya hai...

    Beher-haal, English mein bhi edit kiye de raha hoon... Ek baar phir koshish karein...

    ReplyDelete
  3. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete
  4. देखिये विवेक भाई जरा इसको
    पिछली बार पता नहीं कैसे समझाने में चूक हो गयी
    वरना इस तरह के सवाल मेरे हमेशा से पसंदीदा रहे हैं
    ऐसे सवाल को हल करने में आनंद भी आता है और संतुष्टि भी मिलती है कि चलो शर्लाक होम्स जैसा कोई कारनामा कर दिखाया !
    -
    -
    कहीं इस बार तो कुछ गड़बड़ नहीं है ???
    जरा जल्दी पैगाम दीजिये

    ReplyDelete
  5. इस बार बिल्कुल सही हो, प्रकाश... बहुत-बहुत बधाई...

    मुझे भी सबसे ज़्यादा आनन्द इसी तरह की पहेलियां लिखने और सुलझाने में आता है...

    ReplyDelete
  6. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete
  7. Jawaab bilkul sahi hai, Anurag... Badhaai ho...

    ReplyDelete