विशेष नोट : अगर आप जवाब ढूंढ लेते हैं तो ठीक, वरना कमेंट लिख दीजिएगा, मैं जवाब आपको मेल के जरिये भेज दूंगा...
शरारती सार्थक का एक सहपाठी सड़क दुर्घटना में घायल हो गया, और उसकी मदद करने में व्यस्त रहने की वजह से वह अपनी होमवर्क नहीं कर पाया, और स्कूल के प्रिंसिपल ने साहब नाराज़ होकर उसे एक क्लासरूम में बंद कर दिया...
उन्होंने स्कूल के चार चपरासियों से सार्थक पर लगातार नज़र रखने के लिए कहा, ताकि वह वहां से भाग न जाए...
वास्तव में चारों चपरासियों को वास्तविकता के बारे में मालूम था, सो, वे सार्थक के प्रति सहानुभूति जता रहे थे, और उम्मीद कर रहे थे कि वह वहां से भाग जाएगा...
सो, शाम के समय ड्यूटी पर मौजूद चपरासी ने जानबूझकर क्लासरूम का दरवाज़ा खुला छोड़ दिया, ताकि सार्थक भाग सके, लेकिन वह नहीं भागा...
बहरहाल, प्रिंसिपल साहब को इसकी जानकारी मिल गई, और उनका गुस्सा बढ़ गया, और उन्होंने चारों चपरासियों से असलियत जानने के लिए पूछताछ की...
चारों चपरासियों ने अपने बयान में दो-दो बातें कहीं...
शरारती सार्थक का एक सहपाठी सड़क दुर्घटना में घायल हो गया, और उसकी मदद करने में व्यस्त रहने की वजह से वह अपनी होमवर्क नहीं कर पाया, और स्कूल के प्रिंसिपल ने साहब नाराज़ होकर उसे एक क्लासरूम में बंद कर दिया...
उन्होंने स्कूल के चार चपरासियों से सार्थक पर लगातार नज़र रखने के लिए कहा, ताकि वह वहां से भाग न जाए...
वास्तव में चारों चपरासियों को वास्तविकता के बारे में मालूम था, सो, वे सार्थक के प्रति सहानुभूति जता रहे थे, और उम्मीद कर रहे थे कि वह वहां से भाग जाएगा...
सो, शाम के समय ड्यूटी पर मौजूद चपरासी ने जानबूझकर क्लासरूम का दरवाज़ा खुला छोड़ दिया, ताकि सार्थक भाग सके, लेकिन वह नहीं भागा...
बहरहाल, प्रिंसिपल साहब को इसकी जानकारी मिल गई, और उनका गुस्सा बढ़ गया, और उन्होंने चारों चपरासियों से असलियत जानने के लिए पूछताछ की...
चारों चपरासियों ने अपने बयान में दो-दो बातें कहीं...
- आकाश ने कहा, मैंने दरवाज़ा खुला नहीं छोड़ा था, और चेतन ने दरवाज़ा खुला छोड़ा था...
- भरत ने कहा, मैं शाम के समय ड्यूटी पर नहीं था, और आकाश ड्यूटी पर था...
- चेतन ने कहा, शाम के समय भरत ड्यूटी पर था, और मुझे उम्मीद थी कि सार्थक भाग जाएगा...
- दिनेश ने कहा, मैंने दरवाज़ा खुला नहीं छोड़ा था, और मुझे हैरानी नहीं हुई कि सार्थक नहीं भागा...
अब यदि मैं आप लोगों से कहूं कि कुल आठ बयानों में से तीन ही सच हैं, और पांच झूठ हैं, तो क्या आप लोग बता पाएंगे, दरवाज़ा खुला छोड़ देने का दोषी कौन-सा चपरासी था...?
Now, the same riddle in English...
Special Note: If you succeed in solving this one, well and good; but in case, you don't, just leave a comment, and I will mail the answer to you...
The principal of the school got angry, when Mischievous Saarthak did not do his homework, because he was busy helping one of his classmates, who met with an accident, and locked him in one of the classrooms...
He asked four of the peons to keep an eye on Saarthak, if tries to escape from there...
Actually, all four of the peons knew of the real story, and were sympathetic with Saarthak, and hoped that he would escape...
So, in the evening, the peon on duty intentionally left the classroom's door open so that Saarthak could leave, but he did not...
However, the principal came to know about the open door, and got angrier, and questioned all four peons...
The peons made two statements each:
Now, the same riddle in English...
Special Note: If you succeed in solving this one, well and good; but in case, you don't, just leave a comment, and I will mail the answer to you...
The principal of the school got angry, when Mischievous Saarthak did not do his homework, because he was busy helping one of his classmates, who met with an accident, and locked him in one of the classrooms...
He asked four of the peons to keep an eye on Saarthak, if tries to escape from there...
Actually, all four of the peons knew of the real story, and were sympathetic with Saarthak, and hoped that he would escape...
So, in the evening, the peon on duty intentionally left the classroom's door open so that Saarthak could leave, but he did not...
However, the principal came to know about the open door, and got angrier, and questioned all four peons...
The peons made two statements each:
- Akash said, I did not leave the door open, and Chetan was the one who did it...
- Bharat said, I was not the one who was on duty in the evening, and Akash was on duty...
- Chetan said, Bharat was the one on duty in the evening, and I hoped Saarthak would escape...
- Dinesh said, I did not leave the door open, and I was not surprised that Saarthak did not escape...
Now, if I tell you that in total, three of these eight statements are true, and five are false, can you guys tell me, which peon was guilty of leaving the door opened...?
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteJawaab sahi nahin hai, Najo bhai... Ek baar phir koshish karo... :-)
DeleteGurudev ye paheli to bht ajeeb hai kuchh smjh nhi a rha hai. Koi aisa tathya smjh nhi a rha hai jisse ye conferm ho jaye ki kaun hai wo admi.
ReplyDeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteSohit, tumhaara jawaab bilkul sahi hai... Badhaai... :-)
DeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteRajat, tumhaara jawaab sahi hai... Badhaai... :-)
Delete