विशेष नोट : अगर आप जवाब ढूंढ लेते हैं तो ठीक, वरना कमेंट लिख दीजिएगा, मैं जवाब आपको मेल के जरिये भेज दूंगा...
एक रईस किसान के पांच बेटे थे, सो, उसने सब कुछ पांच-पांच करके जमा किया था, ताकि मरने के बाद बेटों को बंटवारे में कोई परेशानी न हो...
लेकिन धीरे-धीरे उसके पास 25 दुधारू गाय भी जमा हो गईं, जिनमें से प्रत्येक पर पहचान के लिए एक नंबर डला हुआ था...
विशेष बात यह थी कि प्रत्येक गाय अपने नंबर के हिसाब से ही दूध देती थी...
यानि, एक नंबर की गाय दिन भर में एक लिटर दूध देती थी, 11 नंबर की 11 लिटर, 21 नंबर की 21 लिटर, और इसी तरह 25 नंबर की गाय रोज़ाना 25 लिटर दूध देती थी...
अब अपनी वसीयत में वह गायों का बंटवारा इस तरह करना चाहता था, ताकि प्रत्येक बेटे को गाय तो पांच मिलें ही, दूध भी बराबर मिले...
आप मरते किसान की मदद करेंगे क्या...?
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ReplyDeleteलो भाई प्रकाश गोविन्द ने तो हल भेज ही दिया आपकी समस्या का
ReplyDeleteभाई ये गणितज्ञों की धरती है
जब जीरो दिया मेरे भारत ने ,दुनिया को तब गिनती आयी ............
प्रिय प्रकाश भाई, बहुत खूब... खुशी हुई कि बिल्कुल सही जवाब दिया आपने... आपको बधाई... लेकिन माफी चाहता हूं कि आपका कमेंट डिलीट करना होगा मुझे, वरना पहेली का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा... आशा है, समझेंगे...
ReplyDeleteप्रिय अल्का जी... आशा करता हूं, उन पहेलियों पर भी गौर करेंगी, जिनके जवाब प्रकाश भाई ने अब तक नहीं दिए हैं... गणितज्ञों की धरती पर पैदा होने का लाभ यही है कि ऐसे शौक रखने वाले मेरे जैसे लोगों को आप और प्रकाश भाई जैसे साथी मिल ही जाते हैं... शुभकामनाएं...
ReplyDeleteaisi gaayen kahan milti hai, kripaya bataye.
ReplyDeleteप्रिय मनोज जाजू जी... जिस किसान का इस कहानी में ज़िक्र था, उसका तो देहावसान हो चुका है, और उसके बेटे अलग-अलग शहरों जाकर बस चुके होंगे... सो, अगर कभी इत्तफाक से मुलाकात हो गई, तो ज़रूर पूछ लूंगा...
ReplyDelete;-)
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ReplyDeleteअन्तर भाई... बिल्कुल सही जवाब... बधाई...
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ReplyDeleteAapka jawaab sahi hai, Deepak bhai... Badhaai...
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ReplyDeleteSahi ja rahi ho, Isha... Badhaai...
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ReplyDeleteजवाब बिल्कुल सही है, वन्दना... बधाई... :-)
ReplyDeletesir plz mujhe iska ans bhej dijiye
ReplyDeleteraza8ji@gmail.com
Shan bhai, bina koi koshish kiye sabhi paheliyon ke jawaab maangte rahoge, to kya faayda... Kabhi khud jawaab nikaalne ki koshish karoge, to achchha rahega... Tab bhi agar kaamyaabi na mile, to bataana... Shubh-kaamnaayein... :-)
ReplyDeletesr mujhse iska ans nahi nikal pa rha h plz aap hi bta dijiye...
ReplyDeleteraza8ji@gmail.com
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ReplyDeleteAtul bhai, jawaab bilkul sahi hai... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteArvind bhai, jawaab bilkul sahi hai aapka... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteDharampal ji, jawaab sahi hai... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteKhushboo, aapka jawaab bilkul sahi hai... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteJawaab bilkul sahi, Zainul... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteJawaab bilkul sahi hai, Nitin... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteJawaab bilkul sahi hai, Sohit... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteJairam, jawaab sahi hai, dost... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteJawaab bilkul sahi hai, Naresh... Badhaai... :-)
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ReplyDeletePriya, tumhaara jawaab bilkul sahi hai... Badhaai... :-)
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ReplyDeleteNK Meghani ji, aapka jawaab bilkul sahi hai... Badhaai... :-)
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